Breaking News Hindi 2025: WhatsApp ने अपने UPI पेमेंट फीचर को अब 500 मिलियन यूजर्स तक पहुंचाने की अनुमति प्राप्त कर ली है। पहले यह सेवा केवल 100 मिलियन यूजर्स तक सीमित थी। यह कदम भारत के डिजिटल भुगतान क्षेत्र में बड़ा बदलाव ला सकता है। WhatsApp, जो भारत में 50 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ताओं के साथ सबसे बड़े मैसेजिंग प्लेटफॉर्म में से एक है, UPI सेवा के माध्यम से अब हर वर्ग तक डिजिटल भुगतान को पहुंचाने की क्षमता रखता है।
- सरल इंटरफेस: WhatsApp का उपयोग ग्रामीण और गैर-तकनीकी यूजर्स के लिए भी आसान है।
- सीधा संपर्क: मैसेजिंग ऐप के अंदर से भुगतान करना इसे अधिक सुविधाजनक बनाता है।
- बाजार पर प्रभाव: Google Pay और PhonePe जैसे प्रतिस्पर्धियों को इससे कड़ी चुनौती मिलेगी।
NPCI का फैसला और इसका महत्व
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यह फैसला लिया है कि डिजिटल पेमेंट कंपनियों के लिए 30% मार्केट कैप को लागू करने की समय सीमा को और बढ़ा दिया गया है। इससे WhatsApp Pay को अपने विस्तार का पर्याप्त समय मिल जाएगा।
WhatsApp UPI का प्रभाव
भारत के डिजिटल भुगतान में Google Pay और PhonePe का 80% से अधिक बाजार हिस्सा है। WhatsApp के विस्तार से इनकी हिस्सेदारी में कमी हो सकती है। छोटे व्यापारी और दुकानदार, जो पहले डिजिटल भुगतान से बचते थे, अब WhatsApp के माध्यम से आसानी से भुगतान स्वीकार कर सकते हैं! WhatsApp Pay को अभी भी सुरक्षा चिंताओं को संबोधित करना होगा, क्योंकि बड़े पैमाने पर विस्तार के साथ फ्रॉड के मामले भी बढ़ सकते हैं।
- ग्रामीण भारत में विस्तार: WhatsApp Pay ग्रामीण इलाकों में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दे सकता है।
- UPI की लोकप्रियता में वृद्धि: NPCI के आंकड़ों के अनुसार, UPI लेनदेन ने दिसंबर 2024 में ₹15 लाख करोड़ का आंकड़ा पार किया। WhatsApp के जुड़ने से यह और बढ़ेगा।
- नियम और फ्रॉड:
- बड़ी संख्या में उपयोगकर्ताओं के कारण डेटा सुरक्षा और फ्रॉड की संभावना बढ़ेगी।
- NPCI को इस दिशा में सख्त नियम लागू करने की जरूरत होगी।
2016 में शुरू हुआ UPI (Unified Payments Interface) आज भारत के डिजिटल भुगतान क्रांति का केंद्र है। दिसंबर 2024: UPI पर 12.78 अरब लेनदेन हुए। भारत में योगदान: UPI ने 2024 में भारत के GDP में ₹4.3 लाख करोड़ का योगदान दिया।
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