Unemployment in India: 1200 लोग सिर्फ 2 Internship के लिए! क्या भारत की Education System फेल हो रही है?

Latest News: हाल ही में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई कि 1200 लोगों ने सिर्फ 2 Internship पोस्ट के लिए अप्लाई किया। इससे पता चलता है कि भारत में कितनी ज्यादा बेरोजगारी (Unemployment in India) है। कंपनी के CEO ने इसे भारत के Education System का फेलियर बताया और कहा कि हजारों डिग्री होल्डर्स के पास आज के Job Market की जरूरी Skills ही नहीं हैं। सवाल यह उठता है कि क्या भारत में नौकरी मिलना इतना मुश्किल हो गया है? क्या हमारा एजुकेशन सिस्टम सिर्फ Degrees दे रहा है, लेकिन Jobs की Guarantee नहीं? आज हम इस बेरोजगारी संकट, स्किल गैप, एजुकेशन सिस्टम की खामियां और भविष्य में क्या सुधार होने चाहिए, इन सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे।

नौकरियों की इतनी किल्लत क्यों है?

  • Overpopulation vs. Limited Jobs: भारत में हर साल लाखों छात्र ग्रेजुएट हो रहे हैं, लेकिन पर्याप्त नौकरियां नहीं हैं। भारत में वर्कफोर्स यानी काम करने वाले लोग भी तेजी से बढ़ रहे है, लेकिन नई जॉब क्रिएशन उतनी तेजी से नहीं हो रही।
  • Skill Gap – डिग्री तो है, लेकिन स्किल नहीं! 2024 में भारत की एम्पलोईबिलिटी 50% थी, यानी बाकी के 50% लोगों के पास स्किल्स नहीं थी, जिससे उन्हें काम मिल सके। कई कंपनियों का कहना है कि ज्यादातर ग्रेजुएट्स के पास इंडस्ट्री में काम करने की जरूरी स्किल्स नहीं हैं। IT, Finance, Marketing, और Engineering जैसी Fields में प्रैक्टिकल नॉलेज की कमी के कारण Freshers को Hiring में दिक्कत आती है। Coding, Data Science, Digital Marketing, और AI जैसी स्किल्स की भारी मांग है, लेकिन यूनिवर्सिटी में यह सही तरीके से नहीं सिखाया जाता।
  • High Competition – एक नौकरी के लिए हजारों उम्मीदवार! 2024 में बेरोजगारी दर 7.5% से ऊपर चल रही है, और नौकरी पाने के लिए कॉम्पिटिशन बढ़ गया है। सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में Job Openings बहुत कम हो गई हैं, जिससे बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार रह जाते हैं।

Peon की 35 वेकेंसी के लिए 35 हज़ार एप्लीकेशन

2021 में MP में 12 लाख लोगों ने Peon की 368 वेकन्सी के लिए अप्लाई किया था! 2022 में उत्तर प्रदेश में सिर्फ 35 चपरासी की नौकरियों के लिए 35,000 से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया था, जिनमें PhD और इंजीनियर भी शामिल थे! वहीँ 2018 में मुंबई में 93,000 लोगों ने 62 Messenger जॉब्स के लिए अप्लाई किया था। मुंबई में BMC की चपरासी और मैसेंजर पोस्ट के लिए हजारों डिग्री होल्डर्स ने अप्लाई किया था। मध्य प्रदेश में सरकारी नौकरी के लिए 10वीं पास से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट और PhD धारक तक शामिल थे। ये इंसिडेंट्स दिखाते हैं कि भारत में बेरोजगारी और एजुकेशन सिस्टम की गंभीर समस्या है।

भारत का एजुकेशन सिस्टम फेल?

इंडियन एजुकेशन सिस्टम अब भी पुरानी किताबों पर आधारित है, जबकि दुनिया तेजी से Digital और Skill-Based Jobs की ओर बढ़ रही है। कॉलेजों में Innovation, Practical Learning और Soft Skills पर बहुत कम ध्यान दिया जाता है। पहले जहां बड़े यूनिवर्सिटीज और कॉलेज 100% Placement देते थे, वहां अब सिर्फ 30-40% स्टूडेंट्स को नौकरी मिल रही है। कई Engineering और MBA कॉलेज Placement का झूठा वादा करते हैं, लेकिन ग्रेजुएट होने के बाद Job Market की हकीकत कुछ और ही होती है। वहीँ अब कई युवा जॉब्स की बजाय अपने खुद के स्टार्टअप्स और फ्रीलांसिंग को प्रेफरेंस दे रहे हैं। डिजिटल स्किल्स सीखकर फ्रीलांसिंग, कंसल्टिंग और स्टार्टअप्स के जरिए लोग अच्छी कमाई कर रहे हैं।

बेरोजगारी को ख़त्म करने का तरीका

भारत को Skill-Based Education सिस्टम को अपनाना होगा। कॉलेजों और स्कूलों में Industry-Oriented Courses को बढ़ावा देना जरूरी है। AI, Data Science, Digital Marketing, और Cloud Computing जैसी स्किल्स को कोर्स में शामिल किया जाए। Internships और Practical Learning को प्रमोट किया जाए। सरकारी कॉलेज में ज्यादा से ज्यादा इंडस्ट्री इंटरशिप्स को कॉम्पसरी किया जाए, जिससे स्टूडेंट्स को Practical Exposure मिले। Companies को Freshers को Hire करने के लिए अधिक Incentives देने चाहिए।

वहीँ स्टूडेंट्स को जॉब ढूंढने के बजाय अपने खुद के स्टार्टअप्स और डिजिटल बिजनेस शुरू करने के लिए प्रेरित किया जाए। Government को Young Entrepreneurs के लिए बेहतर Funding और Mentorship Programs चलाने चाहिए। सरकार को MSME सेक्टर, स्टार्टअप्स, और Digital Industry को बढ़ावा देना चाहिए, जिससे नई नौकरियां पैदा हों। Make in India, Digital India और Startup India जैसी योजनाओं को और इफेक्टिव बनाना होगा।

Education System और Job Market के बीच Gap बहुत बड़ा है। डिग्री होना अब जॉब मिलने की गारंटी नहीं, Skills सबसे जरूरी हैं। Future में सिर्फ वही लोग आगे बढ़ेंगे जिनके पास Practical Knowledge और Digital Skills होंगी। सरकार को नई नौकरियां पैदा करने और स्किल-बेस्ड एजुकेशन को बढ़ावा देने की जरूरत है।

Breaking News in Hindi

Insurance Tax Benefits 2025: Term vs Whole Life कौन देगा ज्यादा फायदा

 

अस्वीकरण: Dhara Live पर उपलब्ध लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए हैं, जिसे सार्वजनिक रूप से उपलब्ध तथ्यों से लिया गया है। हालाँकि हम सटीकता के लिए प्रयास करते हैं, लेकिन हम जानकारी की पूर्णता, प्रामाणिकता या समयबद्धता की गारंटी नहीं देते हैं। व्यक्त किए गए विचार व्यक्तिगत राय हैं और उन्हें कानूनी, वित्तीय या पेशेवर सलाह नहीं माना जाना चाहिए। पाठकों को निर्णय लेने से पहले तथ्यों को सत्यापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। Dhara Live इस सामग्री के आधार पर किसी भी नुकसान, गलत व्याख्या या कार्रवाई के लिए उत्तरदायी नहीं है।

Leave a Comment