Breaking News: एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। ओडिशा के मशहूर रैपर अभिनव सिंह, जिन्हें हम सब ‘जगरनॉट’ (Rapper Juggernaut) के नाम से जानते थे, अब हमारे बीच नहीं रहे। 12 फरवरी 2025 को बेंगलुरु में अपने अपार्टमेंट में उन्होंने आत्महत्या कर ली। उनकी उम्र महज 32 साल थी। यह खबर चौंकाने वाली भी है और दिल तोड़ने वाली भी। 12 फरवरी की सुबह, बेंगलुरु के कडुबीसनहल्ली इलाके में उनके अपार्टमेंट में उनका शव मिला। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। परिवारवालों का आरोप है कि अभिनव की पत्नी के कारण वह डिप्रेशन में थे। फिलहाल, पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। आखिर क्या वजह थी कि एक टैलेंटेड आर्टिस्ट, जिसने ओडिशा के म्यूजिक इंडस्ट्री को एक नई पहचान दी, उसने ऐसा कदम उठाया? चलो, इस पूरे मामले को डीटेल में समझते हैं।
अभिनव सिंह का जन्म 1993 में ओडिशा में हुआ था। उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक प्राइवेट कंपनी में जॉब भी की थी, लेकिन उनका असली पैशन म्यूजिक था। उन्होंने ओडिशा का पहला इंडिपेंडेंट हिप-हॉप लेबल ‘Urban Loafer’ लॉन्च किया था। उनके गाने ‘कट्टक एंथम’ ने उन्हें जबरदस्त पॉपुलैरिटी दिलाई। वह अपनी रैपिंग स्टाइल, लोकल ओडिशा कल्चर को म्यूजिक में लाने और हिप-हॉप कम्युनिटी को प्रमोट करने के लिए जाने जाते थे।
अभिनव एक मिडिल क्लास फैमिली से आते थे। उनके पिता सरकारी कर्मचारी थे और उनकी मां गृहिणी थीं। उन्होंने अपने म्यूजिक करियर के दौरान कई संघर्ष देखे लेकिन हार नहीं मानी। उनकी शादी 2022 में हुई थी, लेकिन 2024 में उन पर अपनी पत्नी के साथ धोखा देने के आरोप लगे। इस विवाद ने उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ दोनों को बुरी तरह प्रभावित किया।
नेट वर्थ और फाइनेंशियल स्टेटस
एक इंडिपेंडेंट आर्टिस्ट होने के बावजूद अभिनव ने अपनी अलग पहचान बनाई। उनकी नेट वर्थ करीब 2-3 करोड़ रुपये आंकी गई थी। उनके म्यूजिक से मिलने वाली इनकम के अलावा, वे ब्रांड प्रमोशन, स्टेज परफॉर्मेंस और सोशल मीडिया पार्टनरशिप्स से भी अच्छी कमाई कर रहे थे। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में उनके करियर में उतार-चढ़ाव देखने को मिले थे।
हर साल लाखों सुसाइड के मामले
यह सिर्फ एक व्यक्ति की कहानी नहीं है। भारत में आत्महत्या के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। (स्रोत: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो – NCRB)
- 2018: 1,34,516 आत्महत्याएं
- 2019: 1,39,123 आत्महत्याएं
- 2020: 1,53,052 आत्महत्याएं (कोविड-19 का बड़ा असर)
- 2021: 1,64,033 आत्महत्याएं
- 2022: 1,70,924 आत्महत्याएं
सुसाइड के ज्यादातर मामलों में भारत में डिप्रेशन, रिलेशनशिप प्रॉब्लम्स, करियर स्ट्रेस और फाइनेंशियल इश्यूज़ आत्महत्या के मुख्य कारणों में शामिल हैं। इससे पहले भी कुछ हाई-प्रोफाइल सुसाइड केस सामने आये हैं।
- सुशांत सिंह राजपूत (2020): बॉलीवुड के टैलेंटेड एक्टर की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया था।
- वैष्णवी (2022): तेलुगु टीवी एक्ट्रेस ने मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या कर ली।
- अरविंदो घोष (2023): बेंगलुरु के फेमस स्टार्टअप फाउंडर ने बिजनेस लॉस के कारण खुद की जान ले ली।
- सिद्धार्थ शुक्ला (2021): हार्ट अटैक बताया गया, लेकिन डिप्रेशन की चर्चा भी जोरों पर थी।
डिप्रेशन और मानसिक तनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए। अगर आप या आपका कोई जानने वाला मेंटल हेल्थ स्ट्रगल से गुजर रहा है, तो तुरंत किसी करीबी से बात करें। प्रोफेशनल हेल्प लेने में हिचकिचाएं नहीं। भारत में आत्महत्या की दर को कम करने के लिए सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर खुलकर चर्चा करने की जरूरत है। अभिनव सिंह जैसे टैलेंटेड आर्टिस्ट का इस तरह जाना सिर्फ एक परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे म्यूजिक इंडस्ट्री के लिए भी एक बड़ा नुकसान है। अगर आपको या आपके किसी जानने वाले को मदद की जरूरत हो, तो सुसाइड प्रिवेंशन हेल्पलाइन (Vandrevala Foundation: 1860 266 2345 | Snehi: 91-9582208181) पर संपर्क करें।
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