क्या Filtered Water भी Unsafe है? जानिए RO, TDS और Indian Tap Water से जुड़ी सच्चाई

Today Health Tips: हम में से ज्यादातर लोग आज RO या water filters का इस्तेमाल करते (Filtered Water) हैं, यह सोचकर कि इससे पानी पूरी तरह से safe हो जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जो पानी आप RO से filter करके पी रहे हैं, क्या वो वाकई आपकी सेहत के लिए अच्छा है?

कई reports और health experts अब ये कह रहे हैं कि excessively filtered water, खासकर RO से निकला पानी, essential minerals की कमी और low TDS की वजह से शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं पूरा मामला — TDS क्या होता है, RO कितना जरूरी है, और क्या Indian tap water सच में इतना खराब है?

TDS क्या होता है और क्यों ज़रूरी है?

TDS का मतलब है Total Dissolved Solids — यानी पानी में मौजूद salts, minerals और organic matter की मात्रा। WHO के अनुसार, 150–300 mg/L तक का TDS level पीने के लिए ideal होता है। अगर TDS बहुत ज्यादा है (600 से ऊपर), तो पानी hard हो सकता है। लेकिन अगर बहुत कम है (50 से नीचे), तो इसमें शरीर के लिए जरूरी minerals नहीं होते — जैसे calcium, magnesium, potassium आदि। RO purifier पानी के TDS को इतना घटा देता है कि उसमें ये minerals भी खत्म हो जाते हैं। इसका मतलब, आप technically साफ पानी तो पी रहे हैं, लेकिन वो nutrition-less भी हो सकता है।

RO Water Safe है या Health Risk?

RO systems पानी से bacteria, heavy metals और toxins तो हटा देते हैं — लेकिन साथ ही साथ अच्छे minerals भी निकाल देते हैं। अगर आपका घर का tap water पहले से ही low TDS वाला है, तो RO लगाने की जरूरत नहीं होती। ज्यादा filtration body के electrolyte balance और bone health को affect कर सकता है। WHO भी कह चुका है कि बहुत low TDS water लंबे समय में mineral deficiency और digestion issues पैदा कर सकता है।

Indian Tap Water की Reality

भारत में ज्यादातर urban tap water में impurities, chlorine, rust और कई बार bacterial contamination पाया जाता है। लेकिन हर जगह RO की जरूरत नहीं होती। अगर आपके घर का TDS level 300–500 के बीच है और कोई foul smell या visible dirt नहीं है, तो simple UV+UF या gravity-based filter भी sufficient हो सकता है।

Safe Drinking Water के लिए क्या करें?

  • TDS meter से पानी की जांच करें — यह ₹200–₹300 में आसानी से मिल जाता है। अगर TDS 100 से कम है, तो RO को बंद करें या remineralizer लगवाएं।
  • Tap water में अगर chlorine smell या rust particles हैं, तो UV या activated carbon filter use करें।
  • हमेशा ISI certified purifier systems चुनें।
  • Body hydration के साथ mineral balance भी maintain करना ज़रूरी है — सिर्फ साफ नहीं, health-balanced पानी पीना ज़रूरी है।

Conclusion

याद रखिये RO हमेशा Best Option नहीं होता! और हर filtered water अच्छा हो, ये जरूरी नहीं। जरूरत है जानकारी और awareness की। हर घर के पानी की quality अलग होती है — blindly RO का इस्तेमाल आपकी health को silently harm कर सकता है। इसलिए अगली बार जब आप एक glass पानी पिएं, तो सिर्फ ये न सोचें कि वो साफ है — ये सोचें कि क्या वो सेहतमंद भी है? “Smart Filter करो, सिर्फ Over-Filter नहीं।”

 

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