Breaking News: जब भी इंडिया में MMA (Mixed Martial Arts) की बात होती है, Anshul Jubli का नाम टॉप लिस्ट में आता है। अंशुल जुबली, UFC (Ultimate Fighting Championship) में जगह बनाने वाले चुनिंदा भारतीय फाइटर्स में से एक हैं, जिन्होंने अपने पैशन, डेडिकेशन, और हार्ड वर्क से अपनी अलग पहचान बनाई है। उनकी जर्नी (Anshul Jubli UFC Fighter Biography) एक स्कूल टीचर से लेकर UFC फाइटर तक काफी inspiring है। आइए, उनके life, career और challenges पर एक detailed नज़र डालते हैं।
Anshul Jubli का शुरुआती जीवन और परिवार
अंशुल जुबली का जन्म 13 जनवरी 1995 को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के भटवारी गांव में हुआ था। उनके पूर्वज हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के जुब्बल से थे, इसी वजह से उनका सरनेम “Jubli” पड़ा। उनके पिता का नाम रवीन्द्र सिंह जुबली (सेवानिवृत्त बीएसएफ अधिकारी), और माता जगदंबा जुबली हैं। साथ ही अंशुल की बहनें आस्था जुबली, आयुषी जुबली, शालिनी जुबली और मनीषा जुबली राणा हैं।
उनके पिता Border Security Force (BSF) में काम करते थे, जिसकी वजह से अंशुल का बचपन भारत के अलग-अलग शहरों में बीता। काफी लम्बे टाइम बाद फाइनली, उनका परिवार Dehradun में settle हो गया। अंशुल जुबली का बचपन से ही आर्मी जॉइन करने का सपना था, इसलिए उन्होंने CDS और SSB exams की तैयारी की, लेकिन शायद किस्मत को कुछ और मंजूर था। पढ़ाई में अच्छे होने के कारण उन्होंने Hemwati Nandan Bahuguna Garhwal University से Mathematics में Bachelor’s Degree हासिल की। पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने कुछ समय स्कूल टीचर के तौर पर भी काम किया।
Physical Stats
- Height – 6 फीट (183 cm)
- Weight – 155.5 lbs (70.5 kg)
- Division – Lightweight (UFC)
- Anshul Jubli का Future & Next Fight
MMA में एंट्री कैसे हुई? (How Did Anshul Start MMA?)
अब सवाल ये है कि एक आर्मी aspirant और मैथ्स ग्रेजुएट MMA फाइटर कैसे बना? 2015 में, उनके एक दोस्त ने उन्हें MMA की वीडियोज देखने की सलाह दी। इन वीडियोज को देख-देखकर उन्होंने Firas Zahabi और John Danaher जैसे कोचेज की techniques सीखनी शुरू कर दी। लेकिन प्रॉपर MMA ट्रेनिंग लेने के लिए कोई सही जिम नहीं था। फाइनली, उन्होंने दिल्ली के Crosstrain Fight Club को जॉइन किया, जहां Siddharth Singh ने उन्हें ट्रेनिंग दी।
शौकिया MMA करियर (Amateur MMA Career)
अंशुल ने 2016 में सिर्फ अपना शौक पूरा करने के लिए अपना पहला फाइट लड़ा और लगातार चार सालों तक जीतते रहे। और अब तक कुल 13 जीत दर्ज कीं। यही नहीं Amateur MMA में 7-0 का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने इसे अपनी “learning phase” माना और खुद को Pro MMA के लिए तैयार किया।
Professional MMA Career की शुरुआत
अब जब इस फील्ड में सब सही चलने लगा, तो उन्होंने इसी में आगे बढ़ने का फैसला किया। इसी दिशा में 2019 में, उन्हें Matrix Fight Night (MFN) ने साइन किया और Sanjeet Budhwar के खिलाफ उनकी पहली फाइट थी। उन्होंने MFN 2 से MFN 6 तक लगातार 5 मुकाबले जीते। उनकी लगातार जीत को देखकर UFC Talent Scout Somesh Kamra ने उन्हें Road to UFC ट्रायल्स के लिए साइन किया।
UFC में धमाकेदार एंट्री
February 2023 में, अंशुल जुबली ने Road to UFC Tournament के फाइनल में इंडोनेशिया के Jeka Saragih को हराकर UFC कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया। इसी के साथ, वे Bharat Khandare के बाद UFC में जगह बनाने वाले दूसरे भारतीय फाइटर बन गए। हालाँकि February 2023 में UFC डेब्यू मैच भी जीता और Performance of the Night बोनस के तौर पर $50,000 (लगभग 41 लाख रुपये) भी मिले। फिर आया October 2023, जब वो Mike Breeden के खिलाफ UFC 294 (अबू धाबी) में हार गए। यह अंशुल की UFC करियर की पहली हार थी।
अंशुल जुबली की सफलता जितनी inspiring है, उतना ही struggle से भरा उनका सफर रहा है। शुरुआती दिनों में MMA में पैसे कमाने का कोई जरिया नहीं था, इसलिए उन्हें अलग-अलग छोटे jobs करने पड़े। और उससे भी बड़ी बात, उनके शहर में proper MMA gym नहीं था, इसलिए उन्हें दिल्ली जाना पड़ा। इस सफर में और भी चैलेंज आये। असल में MMA एक high-risk sport है, और अंशुल को कई बार गंभीर चोटों से गुजरना पड़ा है। एक फाइट से पहले उनका सबसे बुरा weight cut experience रहा, जिससे वह खराब health के कारण फाइट से पहले काफी परेशान रहे। इंडिया में MMA अभी भी उतना पॉपुलर नहीं है, इसलिए उन्हें अपने करियर को लेकर काफी doubt और negativity झेलनी पड़ी। किसी भी फील्ड में एंट्री मिलना ही सबसे बड़ी जीत नहीं होती, लंबे समय तक टिके रहना और टॉप लेवल फाइटर्स को हराना असली चुनौती होती है, और ऐसा ही UFC में है। फिलहाल, Anshul Jubli UFC में अपनी अगली फाइट की तैयारी कर रहे हैं।
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