इंदौर में 3 साल की Viyana Jain ने संथारा व्रत से मौत को लगाया गले
Golden Book of World Records ने उसे
'World’s Youngest Person to take Santhara'
घोषित कर दिया
संथारा (Santhara Fast) को
सल्लेखना
भी कहा जाता है
इसमें कोई व्यक्ति अपनी मर्जी से
खाना-पीना छोड़ देता है, जब तक मौत नहीं हो जाती है
इसे जैन संत, साध्वी या ऐसे बुजुर्ग अपनाते हैं, जो लाइलाज बीमारी या ज्यादा बूढ़े हो चुके हैं
मार्च 2025 को इंदौर में एक IT प्रोफेशनल दंपति —
पियूष और वर्षा जैन
— ने अपनी 3 साल की बेटी
Viyana Jain
को संथारा दिला दिया
Jain Monk Rajesh Muni
Maharaj के मार्गदर्शन में बच्ची को संथारा व्रत कराया गया
Pic Credit- Bhaskar
Medical Experts बोले — "
Palliative Care ज़रूरी थी, ना कि मृत्यु व्रत
"
2006 में, सामाजिक कार्यकर्ता
निखिल सोनी
ने राजस्थान हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की
2015 में राजस्थान हाईकोर्ट ने Nikhil Soni बनाम यूनियन ऑफ इंडिया केस में
संथारा को आत्महत्या माना
था
इसे
Indian Penal Code
की धारा 309 (suicide) और 306 (abetment to suicide) के तहत अपराध बताया गया
लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस पर
स्टे
लगाते हुए इसे धार्मिक स्वतंत्रता बताया
सुप्रीम कोर्ट
- "voluntary और deeply spiritual act है, अगर किसी व्यक्ति ने स्वेच्छा से, चेतन अवस्था में इसे अपनाया है"