How To Get 750+ Credit Score In 2025? जानिए CIBIL Boosting के सबसे तेज़ और असरदार तरीका

Latest Stories: Credit Score एक 3-digit नंबर (What is the meaning of a credit score?) होता है, जो आपके loan repayment behavior, credit card usage, और financial habits को track करता है। आपने CIBIL तो देखा होगा, लेकिन भारत में ये स्कोर मुख्यतः चार credit bureaus तैयार करते हैं: CIBIL, Experian, Equifax और CRIF High Mark. 

How to get 750+ Credit Score in 2025

What are the 4 levels of Credit Score?

  1. 750+ = Excellent (Best loan approvals and interest rates)
  2. 700–749 = Good (Eligible for most loans with decent rates)
  3. 650–699 = Average (Approval possible but rates may be higher)
  4. Below 650 = Poor (High risk; chances of rejection)

What is a good Credit Score?

आज के डिजिटल फाइनेंस दौर में, आपके credit score को देखकर ही यह तय होता है कि आपको loan मिलेगा या नहीं, और अगर मिलेगा, तो कितने interest rate पर मिलेगा, और आपको कितनी credit limit मिलेगी। सिर्फ लोन ही नहीं, Credit Score कई जगहों पर काम आता है, जैसे अगर आपको premium cards like HDFC Regalia, SBI Elite के लिए अप्लाई करना है, तो Credit card application के लिए good Credit Score होना जरूरी है।

इसके अलावा Home loan या car loan के लिए low-interest approval या No-cost EMI पर gadgets (laptops, phones, appliances) बगैरह लेने के लिए Credit Score अच्छा होना बहुत जरूरी है। यही नहीं, कुछ जॉब्स (जैसे banking, finance sector) में भी background check के दौरान credit report देखी जाती है। जैसे अगर आपके पास ₹75,000 की monthly salary है, लेकिन credit score 600 है, तो bank आपका personal loan reject कर सकता है। वहीं अगर score 780 है, तो आपको ₹5 लाख तक का loan बिना ज़्यादा documents के fast-track पर मिल सकता है, वो भी low interest rate पर।

Neo-banks, BNPL apps (Buy Now Pay Later), और instant loan providers अब आपकी salary से ज़्यादा आपके credit behavior को importance दे रहे हैं।इसलिए, 750+ का credit score अब luxury नहीं, एक financial जरूरत बन चुका है।

Secret Method to Improve Credit Score?

1. Credit Utilization को 30% के नीचे रखें

Credit Utilization का मतलब होता है कि आप अपनी कुल credit card limit का कितना हिस्सा हर महीने इस्तेमाल कर रहे हैं। यह आपके credit score का लगभग 30% हिस्सा प्रभावित करता है। इसलिए Credit Utilization हमेशा 30% या उससे कम रखें। अगर समझ नहीं आया, तो इस उदाहरण से समझो। जैसे अगर आपके पास ₹1 लाख की credit limit है और आप ₹40,000 तक खर्च कर रहे हैं, तो आपका utilization 40% हो गया — जो आपकी creditworthiness को नीचे गिरा सकता है। बेहतर होगा कि आप ₹25,000–₹30,000 तक ही खर्च करें।

अगर आपकी ज़रूरतें ज़्यादा हैं, तो नया credit card लेकर overall limit बढ़वा लें।मान लीजिए आपके पास दो cards हैं — एक ₹1 लाख और दूसरा ₹50,000 का। अब आपकी total limit ₹1.5 लाख हो गई। अगर आप ₹30,000 खर्च करते हैं, तो utilization सिर्फ 20% रहेगा — और आपका score सुधरेगा। असल में जब Low utilization होता है, तो lenders को लगता है कि आप अपने क्रेडिट को जिम्मेदारी से इस्तेमाल करते हैं — इससे ना सिर्फ score बढ़ता है, बल्कि future loans और credit approvals भी आसानी से मिलते हैं।

2. Credit Mix को Diversify करें

Credit Mix का मतलब है कि आपकी credit profile में कितनी तरह के लोन शामिल हैं — secured loans (जैसे home loan, gold loan, car loan) और unsecured loans (जैसे personal loan, credit card)। एक diversified mix से यह पता चलता है कि आप अलग-अलग प्रकार के कर्ज को अच्छी तरह संभाल सकते हैं। 

Credit bureaus इसे एक positive indicator मानते हैं कि आप विभिन्न लोन structures के प्रति financially disciplined हैं। इससे आपका credit score fast improve होता है, खासकर अगर आप सभी EMI समय पर भरते हैं। जैसे मान लीजिए किसी व्यक्ति के पास 2 credit cards हैं (₹1 लाख और ₹50,000 की limit के साथ), ₹25,000 का gold loan है और ₹15,000 का digital personal loan है! अगर वह इन सभी का समय पर repayment कर रहा है, तो यह mix उसकी reliability को strong करता है — जिससे score तेजी से बढ़ता है।

आप fintech apps जैसे KreditBee, CASHe, PaySense, या Slice के ज़रिए ₹10,000–₹20,000 का mini personal loan ले सकते हैं और 3–6 महीनों में timely repayment कर सकते हैं। या फिर किसी reputed बैंक से छोटा gold loan लेकर उसका EMI discipline maintain करें। Credit bureaus को लगता है कि अगर आप secured + unsecured दोनों तरह के loans को responsibly manage कर रहे हैं, तो आप high-value loan के लिए भी trustworthy हैं।

3. Report में गलतियां? तुरंत dispute करें

Credit Score जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है उसकी accuracy बनाए रखना। कई बार credit bureau की reports में ऐसी गलतियां सामने आती हैं, जो आपका score गिरा सकती हैं। जैसे आपने loan repay कर दिया है, लेकिन report में unpaid दिख रहा है! या एक ही account multiple बार report हो रहा है! या किसी और व्यक्ति का defaulted loan आपके नाम पर wrongly mapped है! ऐसी गलती आपकी credibility को बिना किसी गलती के ही इम्पैक्ट करती हैं, हालाँकि ऐसा बहुत कम होता है, लेकिन होता भी है। 

इसलिए हर 6 महीने में एक बार अपनी credit report (CIBIL, Experian आदि) को  check करें। CIBIL की वेबसाइट या OneScore, Paytm, Paisabazaar जैसे trusted apps के जरिए आप कभी भी रिपोर्ट फ्री में देख सकते हैं। किसी भी गलती पर “Dispute Resolution” ऑप्शन चुनें और necessary proof के साथ online correction raise करें। Resolution में 15–30 दिन लग सकते हैं, लेकिन ये long-term Financial score health के लिए जरूरी है। RBI के नियमों के अनुसार, हर credit bureau को गलतियों को सुधारने के लिए customer को सुनना और action लेना ज़रूरी है। इसलिए confident होकर dispute करें — ये आपका अधिकार है।

How to get 700+ Credit Score in 2025

इन तीन smart टेक्निक्स के अलावा कुछ छोटे लेकिन असरदार habits भी credit score को सुधारने में बड़ा रोल निभाते हैं। आइए जानें कुछ bonus tips जो 2025 में आपकी credit health को और बेहतर बना सकते हैं!

  • Auto-debit on रखें: EMI या credit card बिल पेमेंट के लिए auto-debit सुविधा चालू करें। इससे अगर आप पेमेंट करना भूल भी गए, तो ऑटोमेटिक पेमेंट हो जाएगी और delay नहीं होगा।  क्योंकि अगर आप 1 भी दिन पैमेंट लेट करते हैं, तो credit score गिर जाता है। इसके अलावा इसका एक और फायदा यह होता है कि payment history spotless रहती है — जो score में सीधा फायदा देती है।
  • पुराना credit card बंद न करें: Credit history जितनी लंबी होती है, आपकी financial maturity उतनी मजबूत मानी जाती है। पुराना कार्ड बंद करने से average credit age घटती है, जिससे score नीचे जा सकता है। जैसे अगर आपके पास 6 साल पुराना HDFC card है, तो उसे बनाए रखें—even अगर आप ज़्यादा इस्तेमाल नहीं करते।
  • Settlement से बचें: किसी भी लोन या कार्ड को “settle” मत कराएं (यानि कि पूरा पैसा ना देकर discount में मामला निपटाना)। ये रिपोर्ट में “settled” या “written off” के रूप में रहता है, और इससे credit score कई महीनों तक नीचे रह सकता है और future approvals में रुकावट बनता है। इसलिए अगर Repayment में दिक्कत आ जाए, तो हमेशा कोशिश करें कि restructuring या deferment का option explore करें, जितना हो सके settlement से बचें।

Credit Score Fast Recovery Tricks

Credit Score सुधरना कोई जादू नहीं है! यह discipline + smart strategy का खेल है। 2025 की फाइनेंशियल दुनिया में strong credit score होना एक advantage नहीं, बल्कि ज़रूरत बन गया है। अगर आप ऊपर बताए गए तरीकों को consistency से अपनाते हैं, जैसे utilization को कंट्रोल में रखते हैं, loan mix को diversify करते हैं, credit report को time-to-time monitor करते हैं, तो 3–6 महीनों में आपका score 50–100 पॉइंट तक सुधर सकता है। इससे EMI कम होगी, credit card की limit ज़्यादा मिलेगी, और loan approvals जल्दी और आसान होंगे। याद रखिए — Credit Score आपकी financial reputation है। इसे बेहतर बनाए रखना आपके entire financial future के लिए foundation है।

 

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