Indian Pet Laws Failure: ग्रेटर नोएडा में हाल ही में एक ऐसा केस सामने आया, जिसमें एक महिला ने सिर्फ इसलिए एक बच्चे को पीट दिया क्योंकि वो लिफ्ट में अपने पेट डॉग के साथ आ रही थी, लेकिन बच्चा कुत्ते से डर रहा था, इसलिए उसने कहा कि वो उसे बाहर जाने दे। लेकिन महिला ने बच्चे को पीट दिया।
हुआ यूँ था कि ग्रेटर नोएडा की एक residential society में एक महिला ने एक minor को थप्पड़ मार दिया, क्योंकि उसे pet dog के लिफ्ट में आने से दिक्कत थी। ये सिर्फ एक isolated case नहीं है – पालतू जानवरों को लेकर आए दिन सोसाइटीज में विवाद देखने को मिलते हैं। पर सवाल ये उठता है कि इस मामले में कानून क्या कहता है? क्या India में pet laws इतने strict हैं कि ऐसे disputes avoid किए जा सकें? क्या भारत में कुत्तों से जुड़े कानून और सख्त होने चाहिए? आज हम इसी पर चर्चा करेंगे!
Indian Pet Laws Failure
भारत में कुत्तों और उनके मालिकों को लेकर कुछ important laws मौजूद हैं, लेकिन क्या ये काफी हैं? चलिए एक नज़र डालते हैं। India में Pet Waste Management को लेकर नियम मौजूद हैं, जिन्हें ‘Pooper Scooper Laws’ कहा जाता है, लेकिन इनका enforcement अलग-अलग राज्यों में अलग हो सकता है! दिल्ली, Telangana, Mumbai, Shimla के Solid Waste Management laws के तहत pet owners को public spaces में अपने pets का waste साफ़ करना ज़रूरी है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो ₹500 तक का fine लगाया जा सकता है। हालांकि, enforcement काफ़ी inconsistent है और कई pet owners इस नियम का पालन नहीं करते।
IPC में कुत्तों पर कानून?
Dog-related incidents में injury या nuisance के मामले में कुछ IPC Sections लागू होते हैं। चलिए, जानते हैं कौनसे कानून आपके काम आ सकते हैं और किनसे आपको बचना चाहिए!
- Section 428 & 429 – जानवरों के खिलाफ हिंसा? अब भुगतिए! अगर कोई व्यक्ति किसी कुत्ते को मारता, अपंग बनाता, जहर देता है, तो उसे 5 साल तक की जेल और भारी जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है।
- Section 268 – अगर आपका pet बिना वजह लोगों को परेशान कर रहा है – excessive barking, attacking, या गंदगी फैला रहा है, तो इसे Public Nuisance माना जाएगा और आप पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
- Section 278 – अगर आपका कुत्ता public hygiene को नुकसान पहुंचा रहा है, जैसे – poop न उठाना, या लगातार गंदगी फैलाना, तो आपको fine भरना पड़ सकता है!
- Section 289 – अगर आपका pet किसी को काट लेता है, हमला करता है, या डरावना व्यवहार करता है, तो आपको 6 महीने की जेल या ₹1,000 तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है।
कुत्ता काटे, तो कौन होगा जिम्मेदार?
अगर आपका pet dog किसी को काट लेता है, तो Law of Torts के तहत owner पूरी तरह liable होगा और उसे मुआवजा देना पड़ेगा। कुछ शहरों में fines और penalties भी लग सकती हैं! अगर negligence साबित हुई, तो आपको और भी भारी जुर्माना देना पड़ सकता है। अगर किसी स्ट्रीट डॉग ने काटा है, तो सरकार की जिम्मेदारी होगी। इसके लिए नगर निगम responsible होता है कि वो उस व्यक्ति को Anti-Rabies Treatment प्रोवाइड करें।
हालाँकि यह कानून बने तो जरूर हैं, लेकिन ग्राउंड लेवल पर इम्प्लीमेंटेशन जीरो है। अगर भारत के कई बड़े शहरों (Delhi, Mumbai, Bangalore) में Pet Registration अनिवार्य कर दिया गया है। लेकिन क्या यह ग्राउंड लेवल पर इम्प्लीमेंट हो रहा है? और खतरनाक कुत्तों की नस्लें कुछ देशों में पूरी तरह से बैन हैं, लेकिन भारत में डायरेक्टली ऐसा कोई रूल नहीं है। Pit Bulls, Rottweilers, Dobermans, German Shepherds, Huskies, और Mastiffs जैसे कुत्ते high-risk माने जाते हैं, लेकिन भारत सरकार इसके लिए कानून बनाने के बारे में सोचती ही नहीं, क्योंकि पॉलिटिशियन को नहीं, जनता के लिए यह रिस्की हैं।
भारत vs. दुनिया – अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुत्तों के कानून
अब बात करते हैं कि international level पर क्या हो रहा है। क्या दूसरे देश इस मामले में हमसे बेहतर हैं? दुनियाभर में dog laws काफ़ी स्ट्रिक्ट हैं और कई देशों में तो special courts भी हैं जो सिर्फ pet-related cases को handle करते हैं। आइए देखें कि अलग-अलग देशों में क्या कानून हैं।
- United States (US): अमेरिका में Leash Laws है, यानी पब्लिक प्लेस में बिना पट्टे के कुत्ते रखना illegal है। यहाँ भी Pooper Scooper Law है, जो स्ट्रिकली फॉलो होता है और Dog owners को अपने pet की गंदगी खुद साफ़ करनी होती है! वहीँ Dangerous Dogs Act है, जो ensure करता है कि अगर कोई कुत्ता publicly aggressive है, तो उसके मालिक पर भारी जुर्माना और legal action लिया जा सकता है।
- United Kingdom (UK): यहाँ 1871 में Dogs Act लाया गया था, जिसके तहत अगर कोई dog aggressive हो जाए तो उसे government control में लिया जा सकता है। यहाँ भी Dangerous Dogs Act 1991 शुरू किया गया था, जिसके तहत कुछ खास dog breeds को लोगों के लिए खतरा मानते हुए ban कर दिया गया है। इसके अलावा Microchipping Law भी है, यानी हर pet dog का microchip registration ज़रूरी है। इससे अगर कोई अपने कुत्ते को बाद में आवारा छोड़ देता है, तो उस पर स्ट्रिक्ट एक्शन हो सकता है।
- Australia: ऑस्ट्रेलिया में Companion Animals Act (1998) है, जिसके तहत हर पालतू कुत्ते का proper registration ज़रूरी है। वहीँ Dog and Cat Management Act 1995 भी काम करता है, ताकि अगर pet owner अपने कुत्ते को loose छोड़ता है, तो खिलाफ fine और legal action हो सकता है।
India में Pet Laws होने चाहिए और सख्त
आप देख सकते हैं कि बाकी देशों में कुत्तों से जुड़े कानून काफ़ी स्ट्रिक्ट हैं, जो भारत में भी जरूरी हैं? भारत में pet ownership तेज़ी से बढ़ रही है, लेकिन कानून अभी भी outdated हैं, जिससे स्ट्रीट डॉग और पालतू कुत्तों से जुड़े कई खतरनाक मामले बढ़ते जा रहे हैं। भारत में रेबीज की प्रॉब्लम भी लगातार बढ़ रही है, इसे कण्ट्रोल करने के लिए सरकार को सख्त कानूनों की जरूरत है।
- दूसरे देशों की तरह हर residential area में pet dogs के लिए leash rules enforce किए जाएं।
- Pet Waste Management Policy – हर society में Pooper Scooper Law को enforce किया जाए।
- Aggressive Dogs Regulations – अगर कोई कुत्ता बार-बार aggressive होता है, तो उसके मालिक को strict warning और fines मिलने चाहिए।
- Pet Insurance and Registration – हर pet का registration और insurance ज़रूरी किया जाए।
भारत में pet ownership बढ़ने के साथ-साथ strict pet laws की भी ज़रूरत है। आप क्या सोचते हैं? क्या भारत में भी अमेरिका और UK जैसे कानून लागू होने चाहिए?
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